Posts

Showing posts from July, 2020

रत्न,आभूषण,हीरे-जवाहरात विष है कैसे ?

Image
रत्न,आभूषण ,हीरे-जवाहरात विष है कैसे ? नमस्कार बंधुओ, मैं नन्द किशोर राजपूत आज आपके लिए एक शिक्षाप्रद कहानी लेकर आया हूँ । जिसमें बताया गया है कि धन - संपत्ति मनुष्य के  मनो - मस्तिष्क को किस प्रकार बदल देता है और वह अपने हितैषी की भी बातें नहीं समझते ।   भाईयो एवं बहनों,  उम्मीद से ज्यादा लोग हमारे   ब्लाॅग को पढ़कर लाभ उठा रहे हैं , इसलिए आपसे मेरा आग्रह है कि आप मुझे  कृपया follow भी करें । रत्न,आभूषण,हीरे-जवाहरात विष है कैसे? https://youtu.be/GqswiKHp2p8       एक बार महात्मा बुद्ध एक जंगल से होकर गुजर रहे थे तभी उन्होंने देखा एक सुनसान जगह पर एक आदमी जमीन खोद रहा था । देखते ही देखते उसने फावड़ा (कुदाल) एक ओर रख दिया और भूमि में दबा घड़ा बाहर निकाला । मिट्टी साफ करने के बाद उसने जब घड़े का ढक्कन खोला तो खुशी से उछल पड़ा।        घड़े में बहुमूल्य रत्न भरे थे । उसका मुखमंडल आनंद से चमकने लगा और उसने महात्मा बुद्ध से कहा -" आपके उपस्थिति में मुझे यह धन प्राप्त हुआ है ।अतः मैं यह धन आपके साथ बाँटना चाहता हूँ ।"        बुद्ध ने कुछ भी लेने से मना कर दिया । जब शि

जब रानी ने पाँच सौ अंडों को जन्म दिया

Image
जब रानी ने पाँच सौ अंडों को जन्म दिया नमस्कार  बंधुओ, मैं नन्द किशोर सिंह आज आपके लिए एक ऐतिहासिक व मार्मिक कहानी लेकर आया हूँ जिसका शीर्षक है  'जब रानी ने पाँच सौ अंडों को जन्म दिया' जी हाँ , अब आपके मन में सवाल उठता होगा क्या औरत अंडों को जन्म दे सकती है ? तो कोई अचरज की बात नहीं है लेकिन ये बिल्कुल सत्य है।ये बात महात्मा बुद्ध के समय की है। जब रानी ने पाँच सौ अंडों को जन्म दिया                   उत्तर दिशा के तरफ एक पांचाल राज्य था। उस राज्य के राजा की पत्नी गर्भ से थी । समय होने पर उन्होंने बच्चे के स्थान पर पाँच सौ अंडों को जन्म  दिया। सेविकाओं की समझ में नहीं आया कि अब क्या करें ?    Free falling objects इस बात से रानी को भी शर्म महसूस हुई और कहा - दासियो ! इस बात को गुप्त रखना , तुमलोग इन अंडों को एक टोकरी में डालकर नदी में बहा दो  और राजा को सूचना दे दो कि रानी को एक मांस का लोथड़ा हुआ था जिसे फेंक दिया गया। दासी ने रानी के कथनानुसार ही किया। जिस समय अंडों की टोकरी नदी में बहा दिया जा रहा था उस समय नदी के तट पर सुदूरवर्ती राज्य का राज